चंडीगढ़ :- हरियाणा सरकार ने बड़ा दिल दिखाते हुए ओलिंपियन विनेश फोगाट की मांग के अनुरूप उन्हें चार करोड़ की पुरस्कार राशि और एक प्लॉट देने पर सहमति जता दी है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 25 मार्च को मंत्रिमंडल की बैठक के बाद विनेश फोगाट को यह निर्णय लेने का विकल्प दिया था कि वह पुरस्कार राशि, प्लॉट अथवा सरकारी नौकरी में से कोई एक प्राप्त कर सकती हैं। इसके लिए उन्हें इन तीनों विकल्पों में से कोई एक विकल्प चुनकर सरकार को अवगत कराना था। राज्य की खेल नीति को आधार बनाकर विनेश फोगाट ने खेल विभाग के समक्ष एक प्लॉट और चार करोड़ रुपये की राशि दोनों पर अपनी दावेदारी जताई, जिसे देने पर सरकार राजी हो गई है। विनेश फोगाट ने सरकारी नौकरी यह कहते हुए लेने से मना कर दिया कि अब वे विधायक हैं। इसलिए उन्हें सरकारी नौकरी की जरूरत नहीं है।

सिल्वर मेडल जीतने से चूक गई थीं विनेश
मुख्यमंत्री ने विनेश फोगाट के सामने कोई एक विकल्प चुनकर बताने की पेशकश तब की थी, जब बजट सत्र के दौरान विनेश ने मुख्यमंत्री को उनकी पुरानी घोषणा याद कराते हुए ओलिंपिक पदक विजेता के रूप में प्राप्त होने वाली राशि अभी तक नहीं मिलने का दावा किया था। विनेश फोगाट जींद जिले की जुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस की विधायक हैं। ओलिंपिक खेलों में विनेश अपने 100 ग्राम वजन की अधिकता के कारण सिल्वर मेडल जीतने से चूक गई थी। तब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने घोषणा की थी कि विनेश फोगाट हरियाणा की बेटी हैं और उन्हें वह सभी सम्मान व पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे, जो एक ओलिंपिक पदक विजेता को प्रदान किए जाते हैं।
नायब सरकार ने विनेश के सामने रखे ये विकल्प
हरियाणा सरकार गोल्ड मेडल जीतने वाले ओलिंपियन को छह करोड़, सिल्वर मेडल विजेता को चार करोड़ और ब्रांज मेडल विजेता को ढाई करोड़ रुपये प्रदान करती है। इसके अलावा, एक सरकारी नौकरी और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण का प्लॉट भी देने का प्रविधान है। ओलिंपिक खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को 15 लाख रुपये की राशि मिलती है। विनेश फोगाट ने 25 मार्च को विधानसभा में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को उनकी पुरानी घोषणा याद कराई और कहा कि आपके एलान के आठ महीने बाद भी मुझे पुरस्कार राशि नहीं मिली है।
‘विधायक के नाते नौकरी नहीं चाहिए’
इसके बाद मुख्यमंत्री ने भले ही विनेश फोगाट के सामने सरकारी नौकरी, प्लॉट और चार करोड़ रुपये में से कोई एक विकल्प चुनने की पेशकश, लेकिन राज्य की खेल नीति और मुख्यमंत्री की पूर्व की घोषणा के मुताबिक यदि विनेश फोगाट तीनों विकल्प यानी प्लॉट, नौकरी और पुरस्कार राशि भी चुनती तो सरकार को यह तीनों पुरस्कार विनेश फोगाट को देने पड़ते। खेल विभाग द्वारा विनेश से पूछने पर उन्होंने यह कहते हुए सरकारी नौकरी लेने से मना कर दिया कि विधायक के नाते उन्हें नौकरी नहीं चाहिए। उन्हें सरकार की पॉलिसी के मुताबिक सिर्फ प्लॉट और चार करोड़ रुपये की राशि प्रदान की जाए।
‘किसी भी दिन विनेश के खाते में आ जाएंगे चार करोड़’
विनेश फोगाट द्वारा हरियाणा के खेल विभाग को अपनी राय बताने के बाद अब इन दोनों विकल्पों को पूरा करने की प्रक्रिया चालू हो गई है। विनेश फोगाट को एचएसवीपी का प्लॉट देने संबंधी फाइल खेल विभाग की ओर से तैयार की जा रही है, जो मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री तक जाएगी। इसके अलावा, किसी भी दिन विनेश के खाते में चार करोड़ रुपये स्थानांतरित किए जा सकते हैं। हरियाणा के खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम का कहना है कि 2004 से 2014 तक कांग्रेस के राज में मात्र 38 करोड़ रुपये खिलाड़ियों पर खर्च किए गए थे। भाजपा के 10 साल में खिलाड़ियों पर 592 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। जिन खिलाड़ियों के कैश अवॉर्ड बचे हुए हैं, उन्हें जल्दी कैश अवॉर्ड दिए जाएंगे।