1 मई से खत्म होगा FASTag, अब GPS से कटेगा टोल
नई दिल्ली :- देश में टोल वसूली का तरीका अब पूरी तरह बदलने वाला है। 1 मई 2025 से केंद्र सरकार GPS आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम शुरू करने जा रही है, जिससे टोल प्लाजा पर रुकने की झंझट खत्म हो जाएगी और सफर पहले से कहीं ज्यादा स्मार्ट और तेज़ हो जाएगा।
क्या है नया GPS टोल सिस्टम?
अब टोल की गणना फिक्स रेट के बजाय आपकी यात्रा की असली दूरी के आधार पर होगी। गाड़ी में लगाया जाएगा एक खास GPS ट्रैकर (On-Board Unit – OBU), जो आपकी मूवमेंट को सैटेलाइट से ट्रैक करेगा। जैसे ही आप हाईवे पर ड्राइव करेंगे, आपके लिंक किए गए बैंक अकाउंट या वॉलेट से टोल अपने-आप कट जाएगा।
👉 अब न टैग की जरूरत, न लाइन में लगने की!
👉 जितना चलेंगे, उतना ही देंगे – बिना किसी फालतू चार्ज के।
FASTag का क्या होगा?
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30 अप्रैल 2025 तक पुराना FASTag चलता रहेगा
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1 मई से सभी वाहनों में GPS डिवाइस अनिवार्य
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बैंक खाता या वॉलेट को नए सिस्टम से लिंक करना होगा
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प्रक्रिया पूरी होते ही FASTag को हटा सकेंगे
इसके फायदे क्या हैं?
✅ टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं
✅ समय, ईंधन और एनर्जी – तीनों की बचत
✅ धोखाधड़ी और गलत चार्ज की गुंजाइश खत्म
✅ हाईवे यात्रा होगी और भी स्मार्ट और ट्रैफिक फ्री
क्या बोले मंत्री?
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में ऐलान किया कि यह अत्याधुनिक टोल प्रणाली अप्रैल के अंत तक देशभर में लागू कर दी जाएगी। पहले इसे 1 अप्रैल से शुरू करने की योजना थी, लेकिन अब 1 मई से फुल लॉन्च होगा।
अब टोल देने का तरीका बदलें, क्योंकि सफर अब होगा स्मार्ट, सटीक और टेंशन-फ्री!