इन लोगों को हरियाणा रोडवेज का बड़ा तोहफा, अब इस डाक्यूमेंट्स से फ्री कर सकेंगे सफर
चंडीगढ़ :- हरियाणा सरकार ने गरीब और ज़रूरतमंद परिवारों को राहत देने के लिए हैप्पी कार्ड योजना (Happy Card Yojana Haryana) शुरू की है। इस योजना के तहत अंत्योदय परिवारों को हरियाणा रोडवेज (Haryana Roadways) की बसों में हर साल 1000 किलोमीटर तक मुफ्त यात्रा (Free Bus Travel for Poor Families) करने का अवसर मिलेगा। यह कदम आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को बेहतर परिवहन सुविधा (Better Transport Facilities) देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
क्या है हैप्पी कार्ड योजना?
हैप्पी कार्ड योजना (Happy Card Yojana Haryana) हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा 7 मार्च 2024 को शुरू की गई थी. इसका उद्देश्य राज्य के गरीब और वंचित परिवारों को फ्री बस यात्रा (Free Bus Travel for Poor Families) की सुविधा देना है. इस योजना के तहत, लाभार्थियों को एक स्मार्ट कार्ड जारी किया जाएगा, जिसे ‘हैप्पी कार्ड’ नाम दिया गया है.
1000 किलोमीटर मुफ्त यात्रा का लाभ
इस योजना के अंतर्गत, लाभार्थी हर साल 1000 किलोमीटर तक हरियाणा रोडवेज बसों में मुफ्त यात्रा कर सकते हैं. सरकार का अनुमान है कि इससे करीब 22.89 लाख परिवारों को लाभ मिलेगा, जिससे वे बिना किसी आर्थिक बोझ के पूरे राज्य में यात्रा कर सकेंगे.
हैप्पी कार्ड बनवाने की फीस कितनी है?
हालांकि यह योजना मुफ्त यात्रा (Free Travel Scheme) की सुविधा देती है, लेकिन लाभार्थियों को कार्ड बनवाने के लिए कुछ मामूली शुल्क देना होगा:
हैप्पी कार्ड शुल्क: ₹50 कार्ड की कुल लागत: ₹109 वार्षिक रखरखाव शुल्क: ₹79 योजना पर सरकार का खर्च
हरियाणा सरकार ने इस योजना को लागू करने के लिए लगभग ₹600 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. यह योजना हरियाणा रोडवेज बसों (Haryana Roadways Free Bus Service) के लिए ही मान्य होगी और इसका लाभ केवल उन्हीं परिवारों को मिलेगा जिनकी वार्षिक आय ₹1 लाख या उससे कम है.
हैप्पी कार्ड योजना के लिए पात्रता
इस योजना का लाभ केवल उन्हीं परिवारों को मिलेगा जो सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों को पूरा करते हैं: लाभार्थी अंत्योदय परिवारों (Antyodaya Families in Haryana) से संबंधित होना चाहिए. परिवार की वार्षिक आय ₹1 लाख या उससे कम होनी चाहिए. लाभार्थी को हरियाणा राज्य का निवासी होना अनिवार्य है. योजना के तहत, हरियाणा रोडवेज बसों में सालाना 1000 किलोमीटर तक मुफ्त यात्रा की सुविधा दी जाएगी.
कैसे करें हैप्पी कार्ड के लिए आवेदन?
यदि आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आपको ऑनलाइन आवेदन (Apply Online for Happy Card) करना होगा. इसके लिए निम्नलिखित प्रक्रिया अपनानी होगी: आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
- सबसे पहले https://ebooking.hrtransport.gov.in/ पर जाएं.
- आवेदन फॉर्म भरें “APPLY HAPPY CARD” के विकल्प पर क्लिक करें.
- अपना परिवार पहचान पत्र (PPP) नंबर दर्ज करें. दिए गए कैप्चा को भरें और “SEND OTP TO VERIFY” पर क्लिक करें.
- ओटीपी वेरिफिकेशन करें मोबाइल पर प्राप्त OTP दर्ज करें और सत्यापन करें.
- इसके बाद परिवार के सदस्यों की जानकारी स्क्रीन पर दिखाई देगी. लाभार्थी का चयन करें जिस परिवार सदस्य के लिए हैप्पी कार्ड बनवाना है, उसका चयन करें.
- मोबाइल नंबर और आधार कार्ड नंबर दर्ज करें. कैप्चा भरें और “SEND OTP” पर क्लिक करें.
- ओटीपी दर्ज करके “VERIFY” करें. आवेदन जमा करें सभी जानकारी भरने के बाद “APPLY” पर क्लिक करें.
- आवेदन जमा करने के बाद लाभार्थी को हैप्पी कार्ड की सुविधा मिल जाएगी.
हैप्पी कार्ड योजना के प्रमुख लाभ गरीब परिवारों को राहत
आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को मुफ्त यात्रा सुविधा मिलेगी. यात्रा का खर्च बचेगा: लाभार्थी बिना किसी अतिरिक्त खर्च के राज्य में यात्रा कर सकेंगे. रोजगार और शिक्षा में मदद: यह योजना छात्रों और कामकाजी लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होगी. डिजिटल सुविधा: ई-टिकटिंग प्रणाली (E-Ticketing System in Haryana Buses) से कागजी कार्यवाही कम होगी.
क्या यह योजना सभी बसों में लागू होगी?
यह योजना केवल हरियाणा रोडवेज बसों (Haryana Roadways Free Bus Travel) के लिए मान्य होगी. निजी बसों और अन्य राज्यों की बसों में यह योजना लागू नहीं होगी.लाभार्थी हरियाणा के किसी भी जिले में इस कार्ड का उपयोग कर सकते हैं.
सरकार की अन्य योजनाओं से संबंध
हैप्पी कार्ड योजना हरियाणा सरकार की अन्य योजनाओं से भी जुड़ी हुई है, जैसे: परिवार पहचान पत्र योजना (Parivar Pehchan Patra Yojana) अंत्योदय अन्न योजना (Antyodaya Anna Yojana) बुजुर्गों के लिए मुफ्त यात्रा योजना (Free Travel Scheme for Senior Citizens in Haryana) हैप्पी कार्ड योजना को लेकर जनता की प्रतिक्रिया हरियाणा में गरीब और जरूरतमंद परिवारों ने इस योजना का स्वागत किया है. लोगों का कहना है कि सरकार का यह कदम आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए वरदान साबित होगा. खासकर छात्रों, मजदूरों और बुजुर्गों के लिए यह योजना बहुत लाभदायक होगी.