RBI के नए फैसले से EMI में बड़ी राहत, लोन हो गए सस्ते
नई दिल्ली :- अगर आप होम लोन, पर्सनल लोन या कार लोन लेने की सोच रहे हैं, तो आपके लिए एक शानदार मौका है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में रेपो रेट में कटौती की है, जिसका सीधा असर आपकी लोन की EMI पर पड़ेगा। अब बैंक कम ब्याज दरों पर लोन देंगे, जिससे आपको लोन चुकाने में आसानी होगी।
रेपो रेट: लोन पर असर डालने वाली अहम दर
रेपो रेट वह ब्याज दर है जिस पर आरबीआई बैंकों को कर्ज देता है। जब यह दर घटती है, तो बैंकों को सस्ते में लोन मिलता है और इसका फायदा सीधे ग्राहकों को होता है। इस कटौती से बैंक अपनी ब्याज दरों को कम करेंगे, जिससे आपकी EMI घट सकती है।
RBI ने किया रेपो रेट में कटौती
आरबीआई ने अप्रैल 2025 की मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो रेट को घटाकर 6.00% कर दिया है। इससे पहले फरवरी में भी रेपो रेट में कमी की गई थी। इसका मतलब है कि अब बैंकों को सस्ते में फंड मिलेगा और वे ग्राहकों को भी कम ब्याज दरों पर लोन देंगे।
HSBC की रिपोर्ट: और भी कटौती की संभावना
HSBC की रिपोर्ट के अनुसार, RBI इस साल और दो बार रेपो रेट में कटौती कर सकता है। जून और अगस्त की बैठक में 25-25 बेसिस प्वाइंट की और कटौती हो सकती है, जिसके बाद रेपो रेट 5.5% तक जा सकता है।
EMI में कमी, लोन लेना होगा और सस्ता
इस कटौती का सबसे बड़ा फायदा उन लोगों को होगा, जो फ्लोटिंग रेट लोन पर हैं या जो नया लोन लेने की योजना बना रहे हैं। जैसे ही रेपो रेट घटेगा, बैंक ब्याज दरों में भी कमी करेंगे, जिससे आपकी EMI में बड़ी राहत मिलेगी।
महंगाई पर काबू, खाद्य कीमतों में भी गिरावट
आरबीआई का यह कदम महंगाई पर काबू पाने के लिए लिया गया है। मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 3.3% पर आ गई, और खाद्य वस्तुओं की कीमतों में भी गिरावट देखी गई है। यह संकेत देता है कि आने वाले समय में महंगाई में और कमी आ सकती है।
गेहूं, दूध और तेल की कीमतें भी स्थिर
गेहूं, दूध, और तेल जैसी जरूरी चीजों की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं, और भविष्य में इनकी कीमतों में और गिरावट देखने को मिल सकती है।
औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि
फरवरी में औद्योगिक उत्पादन में 2.9% की वृद्धि देखी गई, जिससे बाजार में लिक्विडिटी बढ़ेगी और लोन लेना और सस्ता हो सकता है।