दहेज़ के लोभियो को तमाचा, हरियाणा में फार्मासिस्ट ने मात्र 1 रूपए में शादी कर दिया संदेश
महेंद्रगढ़ :- वर्तमान समय में जब दहेज के कारण महिलाओं की प्रताड़ना और मौत की खबरें आम हो गई हैं, वहीं हरियाणा के नारनौल जिले में एक विवाह ने समाज को सकारात्मक सोच और बदलाव की मिसाल दी है। यह शादी न केवल दहेज प्रथा के खिलाफ एक ठोस उदाहरण बनकर सामने आई, बल्कि लोगों के बीच जागरूकता का संदेश भी पहुंचाया।
दहेज में सिर्फ ₹1 लिया गया
नारनौल के सलामपुरा गांव निवासी किसान की बेटी हेमा की शादी फैजाबाद गांव के नवीन के साथ संपन्न हुई। नवीन एक निजी कंपनी में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के पद पर कार्यरत हैं। खास बात यह रही कि इस शादी में दूल्हे पक्ष ने दहेज में सिर्फ ₹1 शगुन के तौर पर स्वीकार किया। विवाह 20 अप्रैल को पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार सम्पन्न हुआ।
परिवार का स्पष्ट रुख: दहेज नहीं, सम्मान चाहिए
नवीन के पिता हवा सिंह, जो हड्डियों के अस्पताल में प्रबंध निदेशक हैं, ने स्पष्ट कहा कि वे हमेशा से दहेज प्रथा के खिलाफ रहे हैं। उनका मानना है कि दहेज एक सामाजिक बुराई है और इसे जड़ से समाप्त करना होगा। शादी में कन्यादान के समय भी उन्होंने केवल ₹1 ही स्वीकार किया।
दुल्हन ने जताई खुशी
दुल्हन हेमा ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि वह दहेज प्रथा के सख्त खिलाफ हैं और इस शादी से समाज में एक मजबूत संदेश गया है कि रिश्तों को पैसों से नहीं, बल्कि आपसी समझदारी और सम्मान से निभाया जाना चाहिए।
परिवारों का सराहनीय दृष्टिकोण
हेमा के दादा ओमप्रकाश ने बताया कि जब वे लड़का देखने गए, तब लड़के वालों ने स्पष्ट कर दिया था कि वे दहेज में कुछ नहीं लेंगे। उन्हें यह जानकर बेहद संतोष हुआ कि आज भी समाज में ऐसे लोग हैं, जो बिना लोभ के रिश्तों को स्वीकारते हैं और दहेज लोभियों के खिलाफ मजबूत उदाहरण पेश कर रहे हैं।