1 जून से लागू हो रहे है बैंकिंग के ये नए नियम, आपके बैंक अकाउंट पर होगा सीधा असर
नई दिल्ली :- अगर आप बैंक में सेविंग्स अकाउंट रखते हैं, ATM से पैसे निकालते हैं या फिक्स्ड डिपॉज़िट में निवेश करते हैं, तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। 1 जून 2025 से पूरे देश में बैंकिंग से जुड़े कई अहम नियमों में बदलाव हो रहा है, जिसका सीधा असर आम ग्राहकों पर पड़ेगा।
1. ATM से निकासी पर नया चार्ज सिस्टम
अब हर महीने मुफ्त ATM ट्रांजैक्शन की संख्या तय होगी। अगर आप उससे ज्यादा बार पैसे निकालते हैं, तो हर बार अतिरिक्त शुल्क देना होगा।
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SBI: 5 फ्री ट्रांजैक्शन, फिर हर निकासी पर ₹21
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HDFC / ICICI: मेट्रो शहरों में 3 फ्री ट्रांजैक्शन
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उदाहरण: मोहित, जो दिल्ली में रहता है, अगर 10 बार पैसे निकालता है, तो 5 बार के बाद उसे ₹105 का अतिरिक्त भुगतान करना होगा।
2. न्यूनतम बैलेंस की सीमा बढ़ी
अब मेट्रो शहरों में ग्राहकों को ₹10,000 तक मिनिमम बैलेंस बनाए रखना होगा। तय राशि से कम बैलेंस होने पर ₹250 से ₹600 तक का जुर्माना लग सकता है।
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ग्रामीण इलाकों में यह सीमा ₹2,000 से ₹5,000 तक होगी।
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उदाहरण: रीना (लखनऊ) के खाते में बैलेंस ₹3,000 से नीचे चला जाता है, तो ₹350 की पेनल्टी लग सकती है।
3. फिक्स्ड डिपॉज़िट पर ब्याज दरों में बदलाव
RBI की मौद्रिक नीतियों के अनुसार बैंकों की FD दरों में उतार-चढ़ाव आता है। जून 2025 से कुछ बैंकों में FD ब्याज दरों में कमी हो सकती है।
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अभी की दरें: 6.5% से 7.5%
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सलाह: अगर आप FD करना चाहते हैं, तो 1 जून से पहले ही निवेश करें।
4. UPI ट्रांजैक्शन की नई सीमा तय
अब UPI के जरिए अधिकतम ₹1 लाख तक का ट्रांजैक्शन कर पाएंगे। कुछ विशेष मामलों में यह सीमा ₹2 लाख तक जा सकती है।
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इससे बड़ी राशि भेजने के लिए NEFT या RTGS का उपयोग जरूरी होगा।
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NPCI ने यह नियम सुरक्षा और सर्वर लोड कम करने के लिए बनाया है।
5. बैंकिंग सुरक्षा होगी और कड़ी
ऑनलाइन फ्रॉड रोकने के लिए अब हर बड़े ट्रांजैक्शन पर डबल OTP (मोबाइल और ईमेल दोनों) जरूरी होगा।
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कई बैंकों में बायोमेट्रिक लॉगिन और फेस रिकग्निशन फीचर भी शुरू हो चुका है।
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यह बदलाव ग्राहकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए लागू किया गया है।
किन ग्राहकों को इन बदलावों से ज्यादा असर होगा?
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बुज़ुर्ग लोग, जिन्हें डिजिटल बैंकिंग की आदत नहीं है।
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छोटे व्यापारी, जो अक्सर नकद लेन-देन करते हैं।
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वे ग्राहक, जिनका बैलेंस अक्सर न्यूनतम सीमा से नीचे चला जाता है।
प्रमुख बैंकों के बदले हुए नियम – जून 2025
बैंक का नाम | न्यूनतम बैलेंस | ATM फ्री ट्रांजैक्शन | अतिरिक्त चार्ज | FD ब्याज दर (1 वर्ष) |
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SBI | ₹3,000 – ₹10,000 | 5 | ₹21 | 6.8% |
HDFC | ₹5,000 – ₹10,000 | 3 | ₹21 | 7.2% |
ICICI | ₹5,000 | 3 | ₹21 | 7.0% |
PNB | ₹2,000 – ₹5,000 | 5 | ₹20 | 6.5% |
Axis Bank | ₹5,000 | 4 | ₹21 | 7.1% |
Bank of Baroda | ₹2,000 | 5 | ₹20 | 6.9% |
Canara Bank | ₹1,000 – ₹5,000 | 5 | ₹20 | 6.7% |
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हर महीने ATM ट्रांजैक्शन गिनें, लिमिट से बाहर न जाएं।
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FD के लिए बैंकों की वेबसाइट पर दरों की तुलना करें।
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खाते में हमेशा मिनिमम बैलेंस बनाए रखें।
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बड़ी रकम भेजते समय UPI की बजाय NEFT या RTGS का इस्तेमाल करें।
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पब्लिक Wi-Fi से बैंकिंग ऐप में लॉगिन न करें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. क्या सभी बैंकों पर ये नियम लागू होंगे?
उत्तर: हां, अधिकतर सरकारी और निजी बैंकों पर यह नियम लागू होंगे।
Q2. FD की ब्याज दर हर महीने क्यों बदलती है?
उत्तर: ये RBI की रेपो रेट के हिसाब से बैंकों द्वारा तय की जाती है।
Q3. क्या ATM चार्ज सिर्फ बड़े शहरों में लगता है?
उत्तर: नहीं, छोटे शहरों में भी सीमित फ्री ट्रांजैक्शन के बाद चार्ज लागू होता है।
Q4. बिना स्मार्टफोन के OTP कैसे मिलेगा?
उत्तर: OTP SMS से भी मिलता है। स्मार्टफोन न होने पर SMS आधारित ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।
Q5. क्या NRI खातों पर भी ये नियम लागू होंगे?
उत्तर: हां, कुछ नियम लागू होंगे जैसे FD रेट्स और ATM ट्रांजैक्शन, परंतु कुछ नियमों में अंतर हो सकता है।