UPI Update: अब और तेज हुआ ट्रांजैक्शन, बैलेंस चेक करने पर लगी सीमा
नई दिल्ली :- UPI के जरिए लेन-देन करने वाले करोड़ों उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI पेमेंट सिस्टम को पहले से ज्यादा तेज और स्मार्ट बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। अब किसी को पैसे भेजना हो या रिफंड लेना, पूरा प्रोसेस सिर्फ 10 से 15 सेकंड में पूरा हो जाएगा।
17 जून से लागू हुए नए नियम
NPCI के नए निर्देशों के अनुसार, 17 जून 2025 से यूपीआई से किया गया ट्रांजैक्शन अब पहले की तुलना में कहीं ज्यादा तेजी से प्रोसेस होगा।
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पहले ट्रांजैक्शन की पुष्टि में लगते थे करीब 30 सेकंड,
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अब यह घटकर 10-15 सेकंड रह गया है।
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यहां तक कि एड्रेस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया भी अब केवल 10 सेकंड में पूरी हो जाएगी।
बैलेंस चेक करने के नए नियम
NPCI ने यह भी स्पष्ट किया है कि ग्राहक अब एक दिन में अधिकतम 50 बार अपने बैंक खाते का बैलेंस यूपीआई ऐप के माध्यम से देख सकेंगे।
हालांकि अभी तक बैलेंस चेक करने की कोई तय सीमा नहीं थी, लेकिन अब इस नई सीमा का उद्देश्य सिस्टम की दक्षता को बनाए रखना है।
सुरक्षा को लेकर सेबी की नई पहल
सिर्फ स्पीड ही नहीं, यूपीआई ट्रांजैक्शन की सुरक्षा को भी और मजबूत किया जा रहा है।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने भी UPI ट्रांजैक्शन को लेकर कई बदलावों की घोषणा की है:
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सेबी अब ‘SEBI Check’ नामक एक नया फीचर लाने की तैयारी में है।
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यह टूल QR कोड स्कैन या UPI ID डालने से पहचान की पुष्टि करेगा।
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यह सुविधा बैंक खाता संख्या, IFSC कोड जैसे डिटेल्स की जांच भी कर सकेगी, ताकि फ्रॉड से बचाव हो सके।
इन बदलावों का फायदा
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तेज ट्रांजैक्शन: अब पैसे भेजने या पाने में लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
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बेहतर ग्राहक अनुभव: प्रोसेसिंग टाइम कम होने से ट्रांजैक्शन फेल होने की संभावना भी घटेगी।
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सुरक्षा पुख्ता: सेबी के नए टूल से यूपीआई यूजर्स को सुरक्षित लेन-देन का भरोसा मिलेगा।
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नियंत्रित बैलेंस चेक: सीमा तय होने से सिस्टम पर अनावश्यक लोड नहीं पड़ेगा।