Indian Railway: भारतीय रेलवे ने बदला टिकट रिजर्वेशन का नियम, अब ट्रेन छूटने से इतने घंटे पहले तैयार होगा चार्ट
नई दिल्ली :- भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रिजर्वेशन से जुड़ा एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। अब ट्रेन के प्रस्थान से 8 घंटे पहले ही चार्ट तैयार किया जाएगा, जो पहले की तुलना में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है। इस नए नियम का उद्देश्य रेलवे संचालन को और अधिक पारदर्शी और सुविधाजनक बनाना है।
अब तक क्या होता था?
अब तक सामान्यत: ट्रेन के प्रस्थान से 4 घंटे पहले आरक्षण चार्ट तैयार किया जाता था। इसी चार्ट में यह तय होता था कि किस यात्री को कौन सी सीट मिली है, किसका टिकट कन्फर्म हुआ है और किसे वेटिंग या RAC स्टेटस मिला है। आखिरी समय में चार्ट देखने के बाद ही कई यात्री यह निर्णय लेते थे कि उन्हें यात्रा करनी है या नहीं।
अब क्या हुआ बदलाव?
रेलवे ने चार्ट तैयार करने की प्रक्रिया को और जल्दी करने का फैसला लिया है। अब से चार्ट ट्रेन छूटने से करीब 8 घंटे पहले ही बना दिया जाएगा। यानी यदि आपकी ट्रेन रात 10 बजे की है, तो चार्ट दोपहर 2 बजे तक तैयार हो जाएगा। इस बदलाव के पीछे रेलवे का उद्देश्य है कि यात्रियों को समय रहते अपनी यात्रा की स्थिति (बर्थ, सीट नंबर आदि) पता चल सके और यदि किसी को यात्रा नहीं करनी हो तो वह अपनी योजना बदल सके या टिकट कैंसिल करवा सके।
नए नियम से यात्रियों को क्या फायदा?
समय से पहले जानकारी:चार्ट जल्दी बनने से यात्रियों को अपनी सीट की जानकारी पहले मिल जाएगी। इससे वह अपनी यात्रा के अनुसार तैयारी कर सकेंगे।
बदलाव की सुविधा: जिन यात्रियों का टिकट वेटिंग में है, उन्हें चार्ट जल्दी बनने से स्थिति स्पष्ट हो जाएगी और वह वैकल्पिक यात्रा योजना बना सकते हैं।
टिकट कैंसिल करने का अवसर: जिन यात्रियों को सीट नहीं मिलती, वे चार्ट बनने के बाद तुरंत टिकट रद्द कर सकते हैं और अपना पैसा बचा सकते हैं।
रेलवे को संचालन में मदद: समय से चार्ट बनने से रेलवे को भी ट्रेन की लिस्ट, कोच की स्थिति और यात्रियों की संख्या का पहले से आकलन करने में मदद मिलेगी।
किन ट्रेनों पर होगा लागू?
यह नियम सभी लंबी दूरी की मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों पर लागू किया गया है। हालाँकि कुछ शॉर्ट डिस्टेंस या लोकल ट्रेनों पर यह बदलाव लागू नहीं होगा।
क्या यह नियम सभी स्टेशनों पर एक जैसा होगा?
जी हां, यह नियम पूरे देश में लागू होगा। किसी भी स्टेशन से अगर ट्रेन चलती है, तो वहां से यह 8 घंटे पहले चार्ट बनाने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। हालांकि, ट्रेन के रूट और समय के अनुसार रेलवे इसमें लचीलापन भी रख सकता है।