स्कूली बच्चों ने बैंड- बाजे के साथ पढ़ी ‘हनुमान चालीसा’, टीचर से लेकर पैरेंट्स तक सब हैरान
नई दिल्ली :- भारत के लोग भगवान और पूजा में बहुत विश्वास करते हैं. हर भारतीय की भगवान में आस्था है. भारत में भगवान हनुमान जी को बहुत ज्यादा पूजा जाता हैं. प्रतिदिन हर कोई अपने घरों और मंदिरों में पूजा-पाठ भी करते हैं. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, हर कोई भगवान हनुमान पर अटूट विश्वास करता है और उनसे जुड़ने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ तो अवश्य पढ़ता है.
वायरल हो रहा है वीडियो
कई सारे लोग तो ऐसे भी हैं जो हर मंगलवार को व्रत रखते हैं और दिनभर पूजा-पाठ करते हैं. हालांकि, कई स्कूलों में तो प्रार्थना में हनुमान चालीसा का पाठ भी पढ़ाया जाता है. बच्चे अपने बचपन में ही हनुमान चालीसा को मुँह जवानी याद कर लेते हैं. सोशल मीडिया पर इस प्रकार के बहुत सारे Video देखने को मिलते हैं और कुछ ऐसा ही एक वीडियो वर्तमान में बहुत वायरल हो रहा है.
स्कूल में गाई जा रही है हनुमान चालीसा
Viral होने वाले वीडियो में आप देख सकते हैं कि स्कूल के कई सारे बच्चे एक Group बनाकर खड़े हैं और सबके हाथों में कुछ न कुछ वाद्य यंत्र है . हर किसी के पास ढोल, तबला, हारमोनियम जैसे Instruments भी है. आगे की लाइन में Band की टीम दिख रही है, जबकि पीछे के बच्चे हाथ जोड़कर हनुमान चालीसा पढ़ते हुए नजर आ रहे हैं. सभी लोग एक साथ मिलकर हनुमान चालीसा पढ़ रहे हैं. सभी स्कूली बच्चे एक सुर में हनुमान चालीसा जा रहे हैं. और यह दृश्य इतना मनोहर है कि न केवल शिक्षक बल्कि सभी बच्चों के माता-पिता भी बहुत खुश है.
इंटरनेट पर आते ही वायरल हो गई वीडियो
स्कूली बच्चों ने एक सुर में हनुमान चालीसा का पूरा पाठ पढ़ा. यह वीडियो सोशल मीडिया के सारे Platform पर वायरल हो गई. इंटरनेट पर जैसे ही इस वीडियो को अपलोड किया गया, यह तुरंत वायरल हो गया. . कई सारे लोगों ने वीडियो पर अपने Comments दिए. Instagram पर musicalchamber नाम के एक यूजर ने इस वीडियो को पोस्ट किया है. वीडियो के Caption में लिखा, “मेरे जिंदगी का सबसे बेहतरीन कीमती पलों में से एक है ये वीडियो.” इस वीडियो को देखने के बाद एक यूजर ने लिखा, “मुझे भी ऐसे स्कूल में जाना है.”
सभी यूजर्स दे रहे अपनी प्रतिक्रिया
एक अन्य ने लिखा, “कुछ ऐसे स्कूल के प्रेयर होने चाहिए. न किसी को चक्कर आए और न ही कोई प्रेयर में बेहोश हो.” ऐसे ही कई सारे लोगों ने अपनी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की. सभी का कहना है कि स्कूलों में इसी प्रकार से प्रार्थना होनी चाहिए ताकि बच्चों में बचपन से ही अच्छे संस्कारों का वास हो सके.