हरियाणा में E-KYC अनिवार्य: अब फर्जी राशन कार्डधारक होंगे बेनकाब, असली हकदारों को मिलेगा लाभ
फरीदाबाद :- जिले में सरकारी राशन लेने वालों के लिए एक अहम सूचना सामने आई है। अब राशन कार्ड धारकों की पहचान सत्यापित करने के लिए सरकार ने ई-केवाईसी (E-KYC) अनिवार्य कर दी है। यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि बड़ी संख्या में लोगों ने गलत तरीके से बीपीएल कार्ड बनवा लिए हैं और सरकारी योजनाओं का अनुचित लाभ ले रहे हैं।

फर्जीवाड़े की खुली पोल
सरकार को सूचना मिली है कि कई लाभार्थियों ने अपने बीपीएल कार्ड फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर बनवाए हैं। कुछ लोगों ने तो दो-दो राज्यों में कार्ड बनवाकर दोहरी सुविधा भी हासिल की है। वहीं, बड़ी संख्या में ऐसे कार्डधारक हैं जो ना तो राशन लेने आते हैं और ना ही गैस सिलेंडर पर मिलने वाली ₹500 की सब्सिडी के लिए आवेदन करते हैं। इन्हीं गड़बड़ियों को पकड़ने के लिए अब सभी कार्डधारकों की ई-केवाईसी अनिवार्य कर दी गई है।
ई-केवाईसी की आखिरी तारीख: 5 अगस्त 2025
सभी राशन कार्ड धारकों को 5 अगस्त 2025 तक ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि व्यक्ति वाकई उस जिले में रह रहा है या नहीं और कहीं वह किसी अन्य जगह से भी राशन तो नहीं ले रहा।
मोबाइल ऐप से घर बैठे करें ई-केवाईसी
खास बात यह है कि अब कार्डधारक घर बैठे भी मोबाइल से “मेरा ई-केवाईसी” ऐप के ज़रिए अपना चेहरा स्कैन करके फेस ऑथेंटिकेशन कर सकते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान OTP वेरिफिकेशन के माध्यम से पहचान की पुष्टि होती है। एक बार केवाईसी पूरी हो जाने के बाद परिवार का कोई भी सदस्य डिपो से राशन प्राप्त कर सकेगा।
डिपो स्तर पर भी सुविधा
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने सभी डिपो धारकों को निर्देश दे दिए हैं कि वे राशन लेने आने वाले कार्डधारकों को ई-केवाईसी के लिए जागरूक करें। डिपो पर भी यह सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है ताकि जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है वे भी वहां जाकर यह कार्य करवा सकें।
पारदर्शिता लाने की कोशिश
प्रदेश के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राजेश नागर ने कहा है कि,
“हम चाहते हैं कि असली जरूरतमंदों को राशन मिले और जो लोग फर्जी तरीके से लाभ ले रहे हैं, वे खुद ही सिस्टम से बाहर हो जाएं। ई-केवाईसी से वितरण प्रणाली पारदर्शी होगी।”
जिला प्रशासन भी सख्त
विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर डिपो संचालकों को सूचित कर दिया गया है। जिला स्तर पर अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वे समय पर ई-केवाईसी कराएं। राशन कार्ड से नाम कटने या वितरण में दिक्कत से बचने के लिए यह ज़रूरी है।