भारतीय रेलवे का बड़ा प्लान: अगले 5 सालों में 1,000 नई ट्रेनें, 2027 तक चलने लगेगी बुलेट ट्रेन
नई दिल्ली :- जब भी भारत में मेट्रो ट्रेन की बात होती है, तो अधिकतर लोग सबसे पहले दिल्ली मेट्रो को याद करते हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि देश की पहली मेट्रो दिल्ली में नहीं, बल्कि कोलकाता में चली थी। और सबसे दिलचस्प बात यह है कि यह मेट्रो सेवा आज भी भारतीय रेलवे के सीधे नियंत्रण में है।
पहली मेट्रो दिल्ली नहीं, कोलकाता में चली थी
24 अक्टूबर 1984 को कोलकाता में पहली मेट्रो ट्रेन की शुरुआत हुई थी। यह भारत के लिए ऐतिहासिक दिन था, क्योंकि उस समय देश में मेट्रो जैसी सुविधा की कल्पना करना भी आसान नहीं था। लेकिन कोलकाता ने यह कर दिखाया।
इतिहास बना था 1984 में, जब दौड़ी पहली मेट्रो
कोलकाता मेट्रो का पूरा डिज़ाइन और प्लानिंग ब्रिटेन की ट्यूब रेल से प्रेरित थी। इसके लिए ब्रिटेन से विशेषज्ञ भी बुलाए गए थे। शुरू में मेट्रो सेवा दक्षिण कोलकाता के टॉलीगंज से उत्तर कोलकाता के दमदम के बीच चलाई गई, जिससे शहर की ट्रैफिक समस्या को काफी हद तक राहत मिली।
ब्रिटेन की तकनीक से बनी भारत की पहली मेट्रो
जहां देश के अन्य शहरों की मेट्रो सेवाएं स्थानीय मेट्रो कॉर्पोरेशनों द्वारा संचालित की जाती हैं (जैसे दिल्ली में डीएमआरसी), वहीं कोलकाता मेट्रो का संचालन आज भी पूरी तरह इंडियन रेलवे द्वारा किया जाता है। यही वजह है कि कोलकाता मेट्रो भारत की मेट्रो सेवाओं में सबसे अलग और खास मानी जाती है।
कोलकाता मेट्रो: आज भी रेलवे के नियंत्रण में
आज भारत के कई शहरों में मेट्रो ट्रेनें दौड़ रही हैं, लेकिन कोलकाता मेट्रो को हमेशा पहला स्थान मिलेगा – क्योंकि यह सिर्फ पहली नहीं, बल्कि भारतीय रेलवे की इकलौती मेट्रो सेवा है।