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Mughal Harem: मुगल हरम में रीढ़ की हड्डी थे किन्नर, बादशाह के इन दो कामों पर होता खास ध्यान

नई दिल्ली :- मुगलों के शासन काल में हरम एक अहम हिस्सा था. हरम के अपने ही नियम थे. मुगल काल में किन्नरों की भी अहम भूमिका थी. हरम की सुरक्षा की जिम्मेदारी अक्सर किन्नरों को दी जाती है. डच व्यापारी फ्रेंचिस्को पेल्सर्ट (Francisco Pelsaert) जब सत्रहवीं शताब्दी में मुगल दरबार में आए तो सबसे पहले उन्होंने किन्नरों को देखा, जिन्हें ‘ख्वाजासरा’ कहा जाता था. दरबार से लेकर हरम तक, किन्नरों की अलग- अलग भूमिकाएं थीं.

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इस्लामिक सत्ता में किन्नरों की भूमिका अहम

अपनी Journey के बारे में बताते हुए पेल्सर्ट लिखते हैं कि किन्नर जो चाहते उन्हें वो सारी सुख- सुविधाएं और ऐशो- आराम दिए जाते थे. चर्चित स्कॉलर शॉन मारमॉन ( Shaun Marmon) अपनी Book ‘यूनख्स एंड सेक्रेड बाउंड्रीज इन इस्लामिक सोसायटी’ (Eunuchs and sacred boundaries in Islamic society) में वर्णन करती हैं कि इस्लामिक कल्चर में किन्नरों की हिस्ट्री काफ़ी लम्बी और शासन बेहद Strong रहा है. सन 1925 में मदीना में पैगंबर मोहम्मद की कब्र के बाहर भी किन्नरों को गार्ड के रूप में Duty दी जाती थी. इस्लामिक सत्ता में किन्नरों Role काफ़ी अहम था.

कई Layers में बँटी होती थी Mughal Harem की सुरक्षा

मशहूर इतिहासकार शादाब बानो एक लेख में लिखती हैं कि मुगल साम्राज्य में मात्र बाबर और हुमायूं के शासनकाल में किन्नरों वर्णन कम है इसके अलावा मुगल सल्तनत के जितने बादशाह हुए सबकी कोर्ट में किन्नरों का एक विशेष स्थान था. किन्नरों का सबसे ज्यादा महत्व अकबर के शासनकाल में था. रूबी लाल ने अपनी किताब में लिखा हैं कि अकबर के शासन काल में हरम (Mughal Harem) के अलग- अलग भाग थे. इसकी रखवाली की जिम्मेदारी किन्नरों को सौंपी गई. वह लिखती हैं कि हरम की सुरक्षा काफ़ी चाक चोबंद थी. हरम की सुरक्षा को कई लायर्स में बांटा गया था.

सुरक्षा के साथ साथ करते थे जासूसी 

सबसे पहले राजपूत सुरक्षाकर्मी होते थे और सबसे अंदर किन्नर तैनात होते थे. किन्नरों द्वारा ही यह तय किया जाता था कि हरम में किसे प्रवेश दिया जाएगा और किसे नहीं. अकबरनामा’ में नियामत नाम के एक ऐसे किन्नर के बारे में जानकारी मिलती है, जिसने बादशाह अकबर के सौतेले भाई अधम खान को हरम में प्रवेश करने से मना कर दिया था. अकबर के शासन काल में इतिमाद खान नाम का एक किन्नर अफसर था, जो बहुत शक्तिशाली था. उसके पास सुरक्षा से लेकर वित्त जैसी अहम जिम्मेदारी थी. बादशाह अकबर कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर उनसे सलाह लेते थे. सुरक्षा के साथ- साथ किन्नर जासूसी भी करते थे.

Author Deepika Bhardwaj

नमस्कार मेरा नाम दीपिका भारद्वाज है. मैं 2022 से खबरी एक्सप्रेस पर कंटेंट राइटर के रूप में काम कर रही हूं. मैंने कॉमर्स में मास्टर डिग्री की है. मेरा उद्देश्य है कि हरियाणा की प्रत्येक न्यूज़ आप लोगों तक जल्द से जल्द पहुंच जाए. मैं हमेशा प्रयास करती हूं कि खबर को सरल शब्दों में लिखूँ ताकि पाठकों को इसे समझने में कोई भी परेशानी न हो और उन्हें पूरी जानकारी प्राप्त हो. विशेषकर मैं जॉब से संबंधित खबरें आप लोगों तक पहुंचाती हूँ जिससे रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं.

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