हरियाणा में अब खराब मौसम में नहीं रुकेगी हवाई सेवा, जानिए कौन सी नई तकनीक आएगी काम
हिसार :- हरियाणा से हवाई सफर करने वाले लोगों के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। अब राज्य में खराब मौसम या धुंध के चलते उड़ानें रद्द नहीं होंगी या देरी से नहीं चलेंगी। सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग (Civil Aviation Department) ने इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इस पहल के तहत हिसार एयरपोर्ट प्रशासन ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) को पत्र लिखकर मौजूदा उड़ान प्रणाली में बदलाव की सिफारिश की है। प्रशासन ने अनुरोध किया है कि अभी उपयोग में लाई जा रही Visual Flight Rules (VFR) को बदलकर Instrument Flight Rules (IFR) में तब्दील किया जाए।
क्या होता है VFR और IFR?
VFR (विज़ुअल फ्लाइट रूल्स) एक ऐसी तकनीक है जिसमें पायलट उड़ान भरने के दौरान अपने आस-पास के वातावरण और जमीन के संकेतों पर निर्भर रहता है। यह तरीका तभी संभव होता है जब मौसम साफ हो और विजिबिलिटी (दृश्यता) अच्छी हो लेकिन जब मौसम खराब होता है, जैसे धुंध, बारिश या अंधेरा, तो VFR के ज़रिए उड़ान भरना मुश्किल हो जाता है और उड़ानें रद्द करनी पड़ती हैं। वहीं, IFR (इंस्ट्रूमेंट फ्लाइट रूल्स) एक उन्नत तकनीक है जिसमें पायलट केवल मशीनों और नेविगेशन सिस्टम पर आधारित उड़ान भरता है। इसमें दृश्यता की बाधा नहीं होती और विमान कम दृश्यता या खराब मौसम में भी सुरक्षित उड़ान भर सकता है।
क्यों जरूरी है IFR का इस्तेमाल?
हरियाणा में खासकर सर्दियों के मौसम में धुंध और कम दृश्यता की स्थिति आम होती है, जिससे हिसार जैसे एयरपोर्ट पर उड़ानों के संचालन में दिक्कतें आती हैं। इसी वजह से, एयरपोर्ट प्रशासन ने समय रहते पहल करते हुए IFR तकनीक को लागू करने की मांग की है। इस तकनीक के आने से न केवल उड़ानों में देरी और रद्द होने की समस्या खत्म होगी, बल्कि यात्रियों को हर मौसम में सुविधाजनक और समयबद्ध यात्रा का अनुभव मिलेगा।
प्रशासन ने क्यों उठाया ये कदम?
हिसार एयरपोर्ट फिलहाल VFR तकनीक पर आधारित है, जिससे केवल साफ मौसम में ही विमान उड़ सकते हैं। जैसे ही मौसम खराब होता है या विजिबिलिटी घटती है, उड़ानों को रोकना पड़ता है। यही कारण है कि अब प्रशासन IFR की मांग कर रहा है ताकि हरियाणा के यात्री पूरे साल उड़ानों की सुविधा ले सकें। पत्र के ज़रिए एयरपोर्ट प्रशासन ने AAI से अनुरोध किया है कि IFR से जुड़ी तकनीकी जरूरतों और दिशा-निर्देशों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए, ताकि इसे लागू किया जा सके।
यात्रियों को क्या होगा फायदा?
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खराब मौसम में भी उड़ानें संचालित हो सकेंगी
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फ्लाइट कैंसिलेशन और डिले की समस्या में भारी कमी
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यात्रा का अनुभव अधिक सुरक्षित और भरोसेमंद
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एयरपोर्ट पर तकनीकी सुविधाओं का उन्नयन
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हिसार एयरपोर्ट की कार्यक्षमता और महत्व में वृद्धि