अब किसान जमीन पर लगवा सकते है सोलर पावर प्लांट, बिजली बेचकर होगी मोटी कमाई
नई दिल्ली :- किसानों की जमीनों पर सोलर पावर प्लांट लगाने की योजना आई है। जिससे बिजली किसान को बेंच सकेंगे और कमाई कर सकेंगे। इससे बिना बिजली के भी किसान सिंचाई कर पाएंगे- किसानों को सिंचाई के लिए समय पर बिजली की आवश्यकता पड़ती है। जिससे बिजली बिल का खर्चा बढ़ने से खेती में आने वाली लागत भी बढ़ जाती है। गर्मियों में बिजली की बहुत ज्यादा समस्या होती है। बिजली कटने और उसके बिल से किसान परेशान रहते हैं। ऐसे में राजस्थान सरकार द्वारा किसानों के लिए शानदार योजना लाई गई है। जिसमें किसान व्यक्तिगत रूप से या फिर सामूहिक और कोऑपरेटिव के लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं। चलिए आपको बताते हैं योजना क्या है।
केंद्र सरकार के साथ-साथ राजस्थान सरकार भी चाहती है कि ज्यादा से ज्यादा लोग सोलर पंप का इस्तेमाल करें। जिससे बिजली की खपत कम हो जाए सौर ऊर्जा को इससे बढ़ावा मिले। जिसमें योजना यह है कि जिन किसानों की जमीन खेती के योग्य नहीं है और उसके आसपास बिजली सब स्टेशन है तो किसान सोलर पावर प्लांट अपनी जमीन पर लगवा सकते हैं। इसमें पीएम कुसुम योजना के तहत किसानों को लाभ दिया जा रहा है।
राजस्थान सरकार ने टेंडर जारी किया है। किसान आवेदन करके ग्रिड से जुड़ा सोलर पावर प्लांट लगा सकते हैं। जिससे बिजली पैदा होगी और उसकी बिक्री करके कमाई कर लेंगे। चलिए जानते हैं इसमें पैसे की गणित क्या है। किसान के सोलर पावर प्लांट से जो बिजली पैदा होगी, उसकी अच्छी कीमत उन्हें मिलेगी। जिसमें बताया जा रहा है कि बिजली का टैरिफ 3.04 रुपए प्रति Kwh रहेगा और यह 25 साल तक फिक्स किया जाता है। वही शुल्क की बात करें तो आवेदन करते समय 2950 रुपए का आरआईएसएल है। प्रति मेगावाट भी आवेदन शुल्क रहता है जो की ₹5000 है। वही ₹100000 प्रति मेगावाट की दर से इएमडी देना पड़ता है। एक मेगावाट के पावर प्लांट को लगाने के लिए 1.5 से 2 हेक्टेयर तक की जमीन की आवश्यकता पड़ती है।
लीज रेंट की बात करें तो 80 हजार रुपए से लेकर के 160000 रुपए एक हेक्टेयर का रहेगा है। लेकिन यह रेट फिक्स नहीं रहता है हर 2 साल बाद 5% की बढ़ोतरी भी होगी। इस तरह किसानों को इसके बारे में पूरी जानकारी दी गई है। अगर उनके पास ऐसी बंजर जमीन है तो वहां पर सोलर पावर प्लांट लगाकर कमाई कर सकते हैं।