हरियाणा में छात्राओं का हंगामा, जाम लगाकर जताया विरोध – कारण जानकर रह जाएंगे हैरान
हरियाणा :- गुरुग्राम जिले के फर्रुखनगर क्षेत्र में स्थित राजकीय आदर्श संस्कृति इंग्लिश मीडियम स्कूल को डबल शिफ्ट में बदलने के प्रशासनिक फैसले के खिलाफ शुक्रवार को छात्राओं ने जोरदार विरोध किया। छात्राएं झज्जर चौक पर सड़क पर बैठ गईं और नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया।
प्रशासन से पहले भी की गई थी शिकायत, नहीं हुआ कोई समाधान
इस बदलाव के विरोध में स्कूल की प्रबंधन समिति और कई अभिभावकों ने पहले ही खंड शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा था, लेकिन किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई। ऐसे में नाराज होकर छात्राओं ने सड़क जाम कर विरोध दर्ज कराया।
डबल शिफ्ट से पढ़ाई और सुरक्षा दोनों पर असर
यह स्कूल CBSE से मान्यता प्राप्त मॉडल विद्यालय है, जहां आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में छात्राएं पढ़ने आती हैं। छात्राओं का कहना है कि दोहरी पारी लागू होने से उनकी पढ़ाई बाधित होगी, साथ ही सुरक्षा संबंधी चिंताएं भी बढ़ेंगी। फिलहाल स्कूल में मूलभूत सुविधाएं सीमित हैं। शौचालयों की संख्या भी कम है और साफ-सफाई की स्थिति पहले से ही संतोषजनक नहीं है। ऐसे में दो शिफ्टों में बच्चों को पढ़ाना, साफ-सफाई, खेलकूद और अन्य व्यवस्थाएं संभालना स्कूल प्रशासन के लिए और कठिन हो जाएगा।
CBSE की अनुमति के बिना बदलाव मुश्किल
स्कूल में “बुनियाद सेंटर” सुबह 8 बजे से दोपहर ढाई बजे तक चलता है, जिसका समय तय है और इसमें कोई बदलाव नहीं किया जा सकता। ऐसे में पूरे स्कूल को दो पालियों में बांटने से पहले CBSE बोर्ड की अनुमति लेना भी जरूरी होगा।
अभिभावकों की चिंता – फीस के बदले मिलनी चाहिए गुणवत्ता
छात्राओं के माता-पिता का कहना है कि वे निश्चित फीस देकर अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाना चाहते हैं। अगर स्कूल डबल शिफ्ट में बदल दिया गया, तो बच्चों को न तो पढ़ाई में फोकस मिलेगा, न ही अन्य सुविधाएं ठीक से मिल पाएंगी।
छात्राओं का सवाल – जब दूसरी जगह कक्षाएं चल रही हैं, तो यहां क्यों बदलाव?
प्रशासन जिन कक्षाओं को यहां शिफ्ट करना चाहता है, उस दूसरे स्कूल में पहले से ही कक्षा 6 से 8 तक की पढ़ाई हो रही है। वहां कक्षा 9 से 12 तक की कक्षाएं उसी शिफ्ट में चलाई जा सकती हैं। ऐसे में फर्रुखनगर के मौजूदा स्कूल को दो पालियों में बदलने की कोई ठोस वजह नजर नहीं आती।