1 अप्रैल बदल जाएगी सेविंग अकाउंट में कैश जमा करने की लिमिट, जमा करने से पहले जान ले ये जरुरी बात
नई दिल्ली :- 1 अप्रैल 2025 से भारत में सेविंग बैंक खाते में कैश जमा करने के नियमों में बदलाव हो सकते हैं। यह बदलाव इनकम टैक्स रूल्स के तहत हो रहे हैं, जिससे लोगों को अपने वित्तीय लेन-देन में अधिक सावधानी बरतनी होगी। कैश डिपॉजिट लिमिट को समझना और उसका पालन करना अब और भी महत्वपूर्ण हो गया है, ताकि इनकम टैक्स नोटिस से बचा जा सके। इन नियमों के अनुसार, एक वित्त वर्ष में सेविंग अकाउंट में कैश जमा की अधिकतम सीमा 10 लाख रुपये है। यदि यह सीमा पार होती है, तो बैंक को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को इसकी जानकारी देनी होगी। इसके अलावा, पैन कार्ड की आवश्यकता भी हो सकती है अगर आप एक दिन में 50,000 रुपये से अधिक जमा करते हैं।
नीचे दी गई तालिका में सेविंग बैंक खाते में कैश जमा करने के नियमों का विवरण दिया गया है:
विवरण | नियम |
वार्षिक कैश जमा सीमा | 10 लाख रुपये प्रति वित्त वर्ष |
दैनिक जमा सीमा | 2 लाख रुपये प्रति लेन-देन |
पैन कार्ड आवश्यकता | 50,000 रुपये से अधिक के लिए पैन आवश्यक |
इनकम टैक्स रिपोर्टिंग | बैंक 10 लाख रुपये से अधिक जमा की रिपोर्ट करते हैं |
नकद लेन-देन सीमा | एक दिन में 2 लाख रुपये से अधिक नहीं |
कर चोरी रोकथाम | बड़े लेन-देन पर इनकम टैक्स विभाग की निगरानी |
जुर्माना और दंड | अनुचित स्रोत के लिए 60% कर और जुर्माना |
कैश जमा के नियमों को समझना और उनका पालन करना महत्वपूर्ण है ताकि इनकम टैक्स नोटिस से बचा जा सके। यदि आप एक वित्त वर्ष में 10 लाख रुपये से अधिक कैश जमा करते हैं, तो आपको इनकम टैक्स विभाग से नोटिस मिल सकता है। इस नोटिस का जवाब देने के लिए आपके पास फंड के स्रोत के बारे में पर्याप्त सबूत होने चाहिए।
पैन कार्ड की आवश्यकता भी हो सकती है अगर आप एक दिन में 50,000 रुपये से अधिक जमा करते हैं। इसके अलावा, 2 लाख रुपये से अधिक कैश लेन-देन पर भी इनकम टैक्स विभाग की निगरानी होती है।
- सुरक्षित निवेश: बचत खाते में पैसा सुरक्षित रहता है और आपको ब्याज भी मिलता है।
- आसानी से पैसा निकालना: जब भी जरूरत हो, आप अपना पैसा आसानी से निकाल सकते हैं।
- कर लाभ: 10,000 रुपये तक का ब्याज टैक्स फ्री होता है (60 वर्ष से कम आयु के लोगों के लिए)।
- नकद लेन-देन सीमा: एक दिन में 2 लाख रुपये से अधिक कैश लेन-देन नहीं कर सकते।
- वार्षिक जमा सीमा: एक वित्त वर्ष में 10 लाख रुपये से अधिक जमा करने पर इनकम टैक्स नोटिस मिल सकता है।
- पैन कार्ड आवश्यकता: 50,000 रुपये से अधिक जमा पर पैन कार्ड देना होगा।
कैश जमा करते समय आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता हो सकती है:
- पैन कार्ड: 50,000 रुपये से अधिक के लिए।
- फॉर्म 60/61: पैन कार्ड नहीं होने पर।
- बैंक पासबुक: खाते की जानकारी के लिए।
- आईडी प्रूफ: पहचान के लिए।
एक दिन में 2 लाख रुपये से अधिक कैश लेन-देन नहीं किया जा सकता है। यह नियम धारा 269एसटी के तहत है, जो कैश लेन-देन को नियंत्रित करता है।
- कर चोरी रोकथाम: बड़े नकद लेन-देन पर इनकम टैक्स विभाग की निगरानी होती है।
- जुर्माना और दंड: अनुचित स्रोत के लिए 60% कर और जुर्माना लगाया जा सकता है।
यदि आपको इनकम टैक्स नोटिस मिलता है, तो आपको फंड के स्रोत के बारे में पर्याप्त सबूत देने होंगे। इसके लिए आप निम्नलिखित दस्तावेज प्रस्तुत कर सकते हैं:
- बैंक स्टेटमेंट
- इन्वेस्टमेंट रिकॉर्ड
- विरासत से जुड़े दस्तावेज
अगर आप कुछ तय नहीं कर पा रहे हैं या कैश के स्रोत को लेकर चिंतित हैं, तो किसी टैक्स एडवाइजर से सलाह ले सकते हैं।
नई आयकर नियमों के तहत सेविंग बैंक खाते में कैश जमा करने की सीमा 10 लाख रुपये प्रति वित्त वर्ष है। यह नियम इनकम टैक्स विभाग द्वारा निगरानी के लिए है, ताकि कर चोरी को रोका जा सके। अपने वित्तीय लेन-देन को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए इन नियमों का पालन करना आवश्यक है।