इन सरकारी कर्मचारियों को मिला केंद्र का खास तोहफा, अब 30 दिन की छुट्टी भी मिलेगी पूरी सैलरी के साथ
नई दिल्ली :- केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए एक सराहनीय और संवेदनशील कदम उठाया है, जिसका सीधा लाभ उन लोगों को मिलेगा जो अपने बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल की चिंता में रहते हैं। अब केंद्र सरकार में कार्यरत कर्मचारी 30 दिन की पेड लीव यानी पूरी सैलरी के साथ एक महीने की छुट्टी ले सकेंगे ताकि वे अपने माता-पिता की देखभाल कर सकें।
बिना सैलरी कटौती मिलेगी छुट्टी
इस फैसले की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इन 30 दिनों की छुट्टी के दौरान कर्मचारी की वेतन में कोई कटौती नहीं की जाएगी। कर्मचारी को पूरा वेतन, भत्ते और अन्य लाभ मिलते रहेंगे, ठीक वैसे ही जैसे वह कार्यरत हो। यह सुविधा उन कर्मचारियों के लिए बहुत मददगार साबित होगी जो पारिवारिक जिम्मेदारियों और ऑफिस के दबाव के बीच संतुलन नहीं बना पाते।
अर्जित अवकाश के तहत मिलेगी छुट्टी
यह सुविधा किसी नई नीति के तहत नहीं, बल्कि पहले से मौजूद “अर्जित अवकाश” (Earned Leave) के दायरे में दी जाएगी। यानी इसके लिए किसी विशेष आदेश या अलग से आवेदन प्रक्रिया की जरूरत नहीं है। यह छुट्टी उन्हीं अर्जित छुट्टियों से दी जाएगी जो कर्मचारी ने अपनी सेवा अवधि के दौरान जमा की होती हैं।
देखभाल का कारण स्पष्ट करना होगा
हालांकि इस छुट्टी का लाभ उठाने के लिए कर्मचारी को यह स्पष्ट करना होगा कि वह छुट्टी केवल अपने माता-पिता की देखभाल के लिए ले रहा है। इससे यह तय होगा कि सुविधा का दुरुपयोग न हो और यह केवल जरूरतमंदों तक सीमित रहे। आवेदन में देखभाल का कारण और परिस्थितियों को दर्शाना जरूरी होगा।
संसद में दी गई जानकारी
इस फैसले की जानकारी केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में दी। उन्होंने बताया कि सरकार का उद्देश्य कर्मचारियों को मानसिक और पारिवारिक रूप से राहत देना है ताकि वे अपने दायित्वों को अच्छे ढंग से निभा सकें।
कर्मचारियों संगठनों ने बताया सराहनीय फैसला
कई केंद्रीय कर्मचारी संगठनों और संघों ने सरकार के इस निर्णय की सराहना की है। उन्होंने इसे एक “पारिवारिक जिम्मेदारी को सम्मान देने वाला कदम” बताया है। संगठनों का मानना है कि यह नीति सरकारी क्षेत्र में वर्क-लाइफ बैलेंस को बेहतर बनाएगी और कर्मचारियों को अपने माता-पिता के साथ समय बिताने का अवसर देगी।