Gururgam News: गुरुग्राम में भारी बारिश ने मचाया तांडव, कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम के आदेश
गुरुग्राम, Gururgam News :- गुरुग्राम में बुधवार रात आई मानसून की पहली तेज बारिश ने पूरे शहर को अस्त-व्यस्त कर दिया। रात करीब 8 बजे बादलों ने दस्तक दी और 9 बजे के आसपास बूंदाबांदी शुरू हो गई। कुछ ही देर में यह हल्की बूंदाबांदी झमाझम बारिश में बदल गई, जो आधी रात तक लगातार होती रही। जहां इस बारिश ने गर्मी से राहत दी, वहीं दूसरी ओर लोगों को जलभराव और जाम की दोहरी मार झेलनी पड़ी।
डीसी ने कंपनियों को दी Work From Home की सलाह
बारिश के बाद शहर की हालत को देखते हुए जिला उपायुक्त (DC) ने कॉर्पोरेट कंपनियों को कर्मचारियों को घर से काम करने की सलाह दी है। इसका मकसद यह था कि सड़कों पर कम भीड़ हो और जाम से लोग बच सकें।
पॉश इलाके भी डूबे, डीएलएफ फेस 2 में ‘स्विमिंग पूल’ जैसे हालात
गुरुग्राम के डीएलएफ फेस 2, गोल्फ कोर्स रोड, सेक्टर 29 मार्केट जैसे पॉश इलाकों में भी पानी भर गया। कई जगहों पर तो तीन से चार फीट तक पानी जमा हो गया। लोग अपने घरों और दुकानों से बाहर नहीं निकल पाए। सेक्टर 29 में गाड़ियों के पहिए थम गए, और लोग फंसी हुई कारों को धक्का देते दिखाई दिए।
मेदांता अंडरपास बना झील
GMDA ने जिस मेदांता अंडरपास को जलभराव रहित बताकर दावा किया था, वही अंडरपास पानी से लबालब हो गया और उसे यातायात के लिए बंद करना पड़ा। यह दिखाता है कि मानसून से पहले की गई तैयारियाँ सिर्फ कागज़ों पर ही सीमित रह गई थीं।
नेशनल हाईवे-48 पर 10 किमी लंबा जाम
भारी बारिश के कारण एनएच-48 पर नरसिंगपुर से रजोकरी तक करीब 8 से 10 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। यह जाम इतना भयानक था कि कई लोग रात 2 बजे तक फंसे रहे। ट्रैफिक पुलिस और कुछ नाइट ड्यूटी वाले पुलिसकर्मी ही हालात को संभालने की कोशिश करते दिखे, जबकि नगर निगम और GMDA के अधिकारी नदारद रहे।
रेड अलर्ट और राहत की बारिश
मौसम विभाग ने पहले यलो अलर्ट जारी किया था, लेकिन रात की भारी बारिश के बाद इसे रेड अलर्ट में बदल दिया गया। गुरुवार सुबह भी कई इलाकों में हल्की फुहारें जारी रहीं, जिससे मौसम सुहावना बना रहा।
प्रशासनिक दावों पर फिर उठे सवाल
हर साल की तरह इस बार भी नगर निगम के दावों की पोल खुल गई है। सीवर ओवरफ्लो, खुले ढक्कन, और गलियों में जमा पानी साफ दिखा रहे थे कि मानसून से पहले किए गए दावे सिर्फ एक औपचारिकता थे।