बढ़ते तनाव को देखते हुए आर्मी मूवमेंट के लिए सड़क खाली रखने के निर्देश, रोडवेज की बसें और ड्राइवर रिजर्व
नई दिल्ली :- भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए राजस्थान सरकार ने प्रदेश में विशेष सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। राज्य के उपमुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री प्रेमचन्द बैरवा ने शुक्रवार को जयपुर में परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की। इस बैठक में उन्होंने खास तौर पर निर्देश दिए कि भारतीय सेना के मूवमेंट को प्राथमिकता दी जाए और रास्तों को फौरन खाली कराया जाए।
सेना के मूवमेंट में न आए कोई रुकावट
डिप्टी सीएम बैरवा ने स्पष्ट किया कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और ऐसे हालात में सेना के निर्बाध आवागमन को सुनिश्चित करना राज्य की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सेना और अर्धसैनिक बलों को हर संभव लॉजिस्टिक सपोर्ट मुहैया कराया जाए, जिससे उनकी तैनाती और मूवमेंट में किसी तरह की रुकावट न हो।
रोडवेज को तैयार रखने के निर्देश
बैठक के दौरान उन्होंने परिवहन अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य परिवहन निगम की बसों को आपात स्थिति में उपयोग के लिए रिज़र्व रखा जाए। जरूरत पड़ने पर ये बसें सेना और अर्धसैनिक बलों को तुरंत उपलब्ध कराई जा सकें। उन्होंने वाहन, ड्राइवर और रूट प्लानिंग की पूर्व तैयारी करने के निर्देश भी दिए।
सीमावर्ती जिलों में भरती प्रक्रिया तेज करने के निर्देश
डिप्टी सीएम ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों की स्थिति को देखते हुए वहां खाली पदों पर शीघ्र भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाए। संबंधित विभागों को इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री भी लगातार निगरानी में
डिप्टी सीएम ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा स्वयं सीमावर्ती जिलों की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और लगातार सुरक्षा से जुड़े दिशा-निर्देश जारी कर रहे हैं। ऐसे में हर विभाग को सामंजस्य के साथ मिलकर काम करना होगा।