हरियाणा के इन जिलों से NCR में बिछेगी ऑर्बिटल ट्रेन लाइन, 5600 करोड़ होंगे खर्च
नई दिल्ली :- कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे के बाद अब कुंडली-गाजियाबाद-पलवल (केजीपी) एक्सप्रेसवे के साथ भी ऑर्बिटल ट्रेन चलाने की परियोजना पर काम शुरू हो गया है। यह सोनीपत से गाजियाबाद होते हुए पलवल तक चलेगी। हरियाणा सरकार ने इसके लिए व्यवहार्यता (फिजिबिल्टी) सर्वे रिपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार को 28 फरवरी को सौंप दी है। प्रदेश की रेल परियोजनाओं को लेकर शुक्रवार को हुई समीक्षा बैठक में हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने यह जानकारी दी। बैठक में लोक निर्माण (भवन एवं सड़क) विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग अग्रवाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण गुप्ता भी उपस्थित रहे।
गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर में कुंडली-मानेसर-पलवल रिंग रोड की तर्ज पर रिंग रेलवे लाइन बनाने की योजना वर्ष 2005 में बनाई गई थी। वर्ष 2010 में इसे सरकार ने मंजूरी प्रदान की। इसके निर्माण का काम हरियाणा रेल अवसंरचना विकास निगम (एचआरआईडीसी) को सौंपा गया। केएमपी एक्सप्रेसवे के साथ ऑर्बिटल ट्रेन के रूट पर काम शुरू कर दिया था, लेकिन केजीपी एक्सप्रेसवे वाले रूट को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था।
बहरहाल, इस पर अब काम शुरू हो गया है। हरियाणा के मुख्य सचिव के मुताबिक इस रूट की फीजिबिल्टी रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी एचआरआईडीसी को सौंपी गई थी। जिसे तैयार करके उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को सौंप दिया गया है। इस योजना के तहत सोनीपत को बागपत, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर के रास्ते पलवल को ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के जरिये जोड़ा जाएगा। अब उत्तर प्रदेश को इस ओर आगे कागजी कार्रवाई करनी है।
यह है ऑर्बिटल ट्रेन की परियोजना
ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के तहत हरियाणा के पलवल से शुरू होकर हरसाना कलां तक रेल लाइन बिछाई जाएगी। हरसाना कलां दिल्ली-अंबाला सेक्शन पर स्थित है। रास्ते में रेल लाइन दिल्ली-रेवाड़ी लाइन पर स्थित पाटली स्टेशन, गढ़ी हर्षरू-फारुखनगर लाइन पर सुल्तानपुर स्टेशन और दिल्ली-रोहतक लाइन पर असौधा स्टेशन को भी जोड़ेगी। इस प्रोजेक्ट को हरियाणा रेल अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड पूरा करेगा। इसमें निजी निवेश भी शामिल किया जाएगा। इसकी अनुमानित लागत 5,617 करोड़ रुपये है।
यातायात का दबाव घटेगा
दिल्ली में रोजाना लाखों लोग विभिन्न इलाकों से काम के लिए आते-जाते हैं, जिससे राजधानी पर यातायात का भारी दबाव पड़ता है। ऑर्बिटल ट्रेन इस समस्या का समाधान करेगी। यह उन यात्रियों को एक वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध कराएगी, जो एनसीआर में ही यात्रा करना चाहते हैं। इसके अलावा, माल परिवहन के लिए भी यह ट्रेन एक अहम भूमिका निभाएगी।
रेल नेटवर्क मजबूत होगा
मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने बताया कि प्रदेश में रेल नेटवर्क को मजबूत किया जा रहा है। बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को समय पर पूरा करने और हितधारकों के बीच बेहतर समन्वय की जरूरत है। उत्तरी सर्किल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने पातली-मानेसर (प्राथमिकता खंड) के चालू होने के संबंध में पातली यार्ड की रीमॉडलिंग के लिए मंजूरी दे दी है।
इन जिलों को लाभ होगा
अधिकारियों का कहना है कि ऑर्बिटल ट्रेन का रूट ऐसा तैयार किया गया है कि यह पलवल से होकर गुजरेगी। इससे गुरुग्राम, सोनीपत, झज्जर, नूंह और पलवल जिलों को सीधा लाभ मिलेगा। यह रेल परियोजना दिल्ली के चारों ओर एक परिवहन चक्र का निर्माण करेगी, जिससे माल और यात्री परिवहन में तेजी आएगी। इसके पूरा होने पर एनसीआर के बाहरी इलाकों में रहने वाले लोगों को अधिक लाभ होगा। एफएमडीए में जिला नगर योजनाकार के सलाहकार सुधीर चौहान ने कहा कि ऑबर्टिल रेल कॉरिडोर मास्टर प्लान 2031 का हिस्सा है। परियोजना के सिरे चढ़ने से फरीदाबाद और पलवल के विकास को गति मिलेगी। रेल यात्रियों को यूपी जाने के लिए दिल्ली गाजियाबाद रेल लाइन के बाद एक अन्य लाइन मिलेगी।