Sarso Oil News: सरसों तेल पर बैन से आम जनता में हड़कंप, इस्तेमाल करने से पहले जरूर पढ़े
नई दिल्ली: भारत के हर घर की रसोई में सालों से राज करने वाला सरसों का तेल अब विवादों में है। जहां एक ओर लोग इसकी खुशबू में तड़का लगाते हैं, वहीं दूसरी ओर कई विदेशी देश इसे खाने के लिए खतरनाक मान चुके हैं। अमेरिका, कनाडा और यूरोप जैसे विकसित देशों ने इसे खाद्य तेल की सूची से बाहर कर दिया है। सोचिए, जो तेल हमारे लिए रोज़मर्रा का हिस्सा है, वही तेल वहां सिर्फ बॉडी ऑयल के रूप में बिक रहा है!
🌎 कौन-कौन से देश कर चुके हैं सरसों तेल को बैन?
सरसों का तेल भले ही भारत में पारंपरिक खाना पकाने से लेकर मालिश और घरेलू इलाजों तक में इस्तेमाल होता हो, लेकिन अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे देशों में इस तेल को खाना बनाने के लिए असुरक्षित माना गया है।
वहां सुपरमार्केट्स में मिलने वाली सरसों तेल की बोतलों पर साफ लिखा होता है – “For External Use Only” यानी सिर्फ शरीर पर लगाने के लिए, खाने के लिए नहीं!
🧬 बैन का असली कारण – Erucic Acid
तो आखिर वजह क्या है?
इस तेल में पाया जाने वाला Erucic Acid नाम का फैटी एसिड ही असली विलेन है! हेल्थ रिपोर्ट्स के मुताबिक:
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यह दिल की बीमारियों को न्योता दे सकता है
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मस्तिष्क की कार्यक्षमता पर बुरा असर डाल सकता है
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शरीर में फैट जमा होने की संभावना बढ़ाता है
अमेरिकी FDA ने इसी वजह से सरसों के तेल को खाद्य उत्पादों की सूची से हटा दिया है।
🍲 भारत में अब भी टॉप चॉइस! लेकिन…
भारत में सरसों का तेल आज भी पसंदीदा तेलों में से एक है। इसकी सुगंध, स्वाद और औषधीय गुण इसे ख़ास बनाते हैं। ये तेल:
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जोड़ों के दर्द में आराम देता है
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बालों को घना और चमकदार बनाता है
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त्वचा को कोमल बनाए रखता है
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इम्युनिटी को बूस्ट करता है
लेकिन अब विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि इसका इस्तेमाल सीमित मात्रा में किया जाए, ताकि इसके फायदे तो मिलें, पर नुकसान न हों।
⚠️ आप पर क्या पड़ेगा असर?
अगर आप हर रोज सरसों तेल का इस्तेमाल करते हैं, तो अब सोच-समझकर यूज़ करना ज़रूरी है। विदेशों में इसकी बिक्री सिर्फ नॉन-एडिबल यूज के लिए होती है, और भारत में भी अब इसे लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
संभावित असर:
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लोगों में जागरूकता बढ़ेगी
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मार्केट में दूसरे हेल्दी कुकिंग ऑयल्स की मांग बढ़ेगी
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सरसों तेल का घरेलू उपयोग सीमित हो सकता है
✅ तो अब क्या करें आप?
याद रखें, किसी भी चीज़ का अति प्रयोग नुकसानदायक होता है – चाहे वो सरसों तेल ही क्यों न हो।
अगर आप हेल्थ कॉन्शियस हैं, तो:
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सरसों तेल का यूज़ करें लेकिन सीमित मात्रा में
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वैकल्पिक तेलों जैसे ऑलिव ऑयल, सनफ्लावर ऑयल या राइस ब्रान ऑयल पर भी ध्यान दें
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किसी भी खाद्य पदार्थ को आंख बंद करके इस्तेमाल न करें – जांचें, समझें और फिर अपनाएं
💡 फाइनल टिप:
सरसों तेल कोई दुश्मन नहीं है, लेकिन सही जानकारी ही सबसे बड़ी सेहत की पूंजी है। ज़रूरत है जागरूक बनने की, ताकि सेहत भी बनी रहे और स्वाद भी!