यमुनानगर के इस मंदिर में कर सकते है चार धाम की यात्रा, शिवालिक की पहाड़ियों में स्थित हैं धाम
यमुनानगर :- हरियाणा के यमुनानगर जिले में स्थित काठगढ़ गांव न सिर्फ ऐतिहासिक बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी बेहद समृद्ध है। यह गांव शिवालिक की पहाड़ियों के किनारे बसा है और इसका क्षेत्रफल लगभग 1046 हेक्टेयर है। गांव की आबादी 2000 से अधिक है। जहां उत्तराखंड में चार धाम के दर्शन साल में केवल 6 महीने ही होते हैं, वहीं काठगढ़ गांव में पूरे साल चार धाम के दर्शन संभव हैं। यही कारण है कि श्रद्धालुओं की भीड़ यहां सालभर बनी रहती है।
आदि केदार और आदिबद्री की महिमा
गांव की पवित्र भूमि से ही सरस्वती नदी का उद्गम होता है। पास ही द्वापर युग में बने आदि केदार और आदिबद्री मंदिर हैं, जहां भगवान श्रीकृष्ण का शंख आज भी सुरक्षित रखा गया है। कुछ दूरी पर पैदल चलकर माता मंत्रा देवी के दर्शन होते हैं, जिन्हें ‘मंत्रों की देवी’ कहा जाता है।
हड़प्पा संस्कृति के अवशेष
यहां खुदाई में हड़प्पा कालीन संस्कृति से जुड़े कई अवशेष मिले हैं। इन्हें संरक्षित करने के लिए एक संग्रहालय भी बनाया गया है, जो गांव के गौरवशाली अतीत को दर्शाता है।
राजनीतिक रूप से भी समृद्ध गांव
1967 में नारायणगढ़ विधानसभा सीट से पहला चुनाव हुआ और काठगढ़ गांव के लाल सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की। उन्होंने चार बार विधायक बनने का गौरव पाया। बाद में उनके बेटे रामकिशन 2005 और 2009 में विधायक बने। फिर उनकी पुत्रवधू शैली चौधरी ने 2019 और 2024 में लगातार दो बार जीत हासिल की।