Chandigarh News: समाज के लिए मिसाल बनी मीना रानी, सौ से ज्यादा गरीब महिलाओं को दिया रोजगार
चंडीगढ़, Chandigarh News :- आप सभी ने एक कहावत तो सुनी होगी कि साथी हाथ बटाना एक अकेला थक जाएगा मिलकर बोझ उठाना, इस कहावत को चंडीगढ़ की रहने वाली मीना रानी ने सच करके दिखा दिया है. बता दे कि मीना रानी एक सोशल वर्कर है, NGO के साथ मिलकर आज वह समाज सेवा का कार्य कर रही है. वह 100 से ज्यादा महिलाओं के जीवन में क्रांति ला चुकी है. जब वह समाज सेवा कर रही थी, तो उन्होंने इस दौरान देखा कि गरीब महिलाओं के पति उनके साथ मारपीट करते हैं, नशे का सेवन करते हैं. तब उन्होंने ठाना कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कुछ ना कुछ करना चाहिए.
चंडीगढ़ की रहने वाली मीना बनी सभी के लिए मिसाल
इसके बाद मीना ने यह बीड़ा उठाया और शुरू में कुछ महिलाओं के साथ जुड़ी और अलग-अलग तरह के घरेलू कामों में उन्होंने हिस्सा लिया. उसके बाद समय के साथ उनकी आमदनी भी होने लगी. इसके बाद इन्होंने थैले बनाने का काम शुरू कर दिया, कम खर्चे में ज्यादा आमदनी हो इस उद्देश्य से काम शुरू किया. आज यह काम इतना बड़ा हो गया है कि 100 से ज्यादा महिलाएं इस काम से जुड़ चुकी है. उसी के साथ अब महिलाएं स्वयं भी आत्मनिर्भर बन चुकी है. वह खुद यह काम करती है और पैसा कमाती है, पहले मुश्किल से इनका महीने का गुजारा हो पता था.
साल 2015 में शुरू किया था कार्य
महिलाओं ने बेकार पुराने कपड़ों को वेस्ट में फेंकने की बजाय, उसके थैले बनाकर बांटने शुरू कर दिए. कुछ ही सालों में इससे महिलाओं की अच्छी आमदनी होनी भी शुरू हो गई. कपड़े के बने थैले में लागत कम और मुनाफा अच्छा होने लगा. वही प्लास्टिक की पॉलिथीन से भी लोगों को निजात मिल गई. मीना ने साल 2015 में समाज सेवा से जुड़कर महिलाओं को Free में सिलाई- कढ़ाई का काम सीखना शुरू किया था. शुरुआत में पहले उन्होंने खुद यह काम सीखा और बाद में महिलाओं को इस काम से जोड़ती चली गई. नगर निगम के अधिकारियों ने भी मीना का खूब साथ दिया और मीना ने रानी लक्ष्मीबाई Group का निर्माण किया और स्टार्टअप के तौर पर काम करने लगी.