किसान साथियों के लिए ATM है ये फसल, कम लागत में मिलती है धड़ाधड़ इनकम
नई दिल्ली :- अब गांवों के खेतों में सिर्फ आलू या धान ही नहीं, बल्कि फूल भी खिल रहे हैं — और इन फूलों ने किसानों की किस्मत चमका दी है। जिले के कई किसान अब पारंपरिक खेती छोड़कर बेला के फूलों की खेती की ओर बढ़ गए हैं। इस खुशबूदार बदलाव ने उनकी आमदनी में चार चांद लगा दिए हैं।
क्या कहते हैं किसान गोलू?
किसान गोलू बताते हैं कि वे कई सालों से अपने खेतों में फूल उगा रहे हैं। उन्होंने बताया कि केवल 3 बीघा जमीन में बेला की खेती से वे हर महीने हज़ारों की कमाई कर लेते हैं। खास बात ये है कि शादी के मौसम में फूलों की इतनी डिमांड होती है कि फूल खेत से ही बिक जाते हैं।
गोलू खुद इन फूलों से जयमाला, गाड़ी सजावट, दुल्हन की चादर और पूजा के लिए माला तैयार करते हैं। इससे उन्हें एक और कमाई का जरिया मिल गया है।
कम खर्च, ज्यादा मुनाफा
गोलू का कहना है कि उन्होंने अपने खेत में गुलाब, गेंदा और बेला तीनों की खेती की है, लेकिन बेला की फसल सबसे ज्यादा फायदेमंद साबित हो रही है। इसकी खेती में खर्च बहुत कम आता है और बिक्री तेजी से होती है।
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1 बीघा में खर्च = करीब ₹10,000
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बिक्री मूल्य = ₹200 प्रति किलो
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हर दिन फूल निकलना शुरू हो जाता है
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15-20 किलो फूल रोज निकल सकते हैं
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हर महीने ₹50,000 से ₹60,000 तक की कमाई हो सकती है
एक बार लगाओ, सालों कमाओ
बेला के पौधे सिर्फ एक बार लगाना पड़ते हैं, और फिर वे लंबे समय तक फूल देते हैं। इन फूलों की खुशबू बहुत तेज होती है, इसलिए इनका उपयोग इत्र, माला, गजरा, शादी की सजावट आदि में खूब होता है। यही वजह है कि इन फूलों की बाजार में हमेशा मांग बनी रहती है।
अब किसान बदल रहे हैं रास्ता
फर्रुखाबाद में कई किसान अब यह देखकर फूलों की खेती की ओर झुक रहे हैं कि कम जमीन और कम खर्च में फायदा बहुत बड़ा है। फूलों की खेती ने उन्हें ना सिर्फ अच्छी आमदनी दी है, बल्कि खुशहाली भी लौटाई है। नतीजा: अगर आप किसान हैं और फसल से अच्छी कमाई चाहते हैं, तो बेला के फूलों की खेती एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है — कम खर्च, ज्यादा मुनाफा और हर तरफ खुशबू ही खुशबू!